Meri Shayree-मेरी शायरी
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जिन्दगी
डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’
पाकीजा
22.6.13
पाकीजा
कैसी हुई खता मुझसे कि उसे मैं दिलवर समझ बैठा!
खुदा माफ़ करे, उस नापाक को पाकीजा समझ बैठा!!
डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’-22.06.2013
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