22.6.13

पाकीजा

कैसी हुई खता मुझसे कि उसे मैं दिलवर समझ बैठा!
खुदा माफ़ करे, उस नापाक को पाकीजा समझ बैठा!!

डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’-22.06.2013